बेटियां................एक सच
बेटियां................एक सच
हां सच तो बेटियां हैं।
एक भाभी भी बेटी हैं।
एक सास भी बेटी हैं।
एक मां भी बेटी हैं।
तब भाभी कड़वी क्यों लगती हैं।
शादी के बाद बहु बेटी नहीं लगती हैं।
सच तो यही जिंदगी का बस
नारी ही नारी को पसंद नहीं करती हैं।
एक सच तो यही,
बेटी तो सभी फिर भेदभाव क्यों रहता है।
सच हां हम सभी बेटियां होती हैं।।
