शीर्षक - हरियाली तीज
शीर्षक - हरियाली तीज
शीर्षक - हरियाली तीज....प्रेम का प्रतीक
*******************
सावन माह श्रृंगार होते हैं।
भोलेनाथ भी खुश रहते हैं।
हां, हरियाली तीज प्रेम उमंग मस्ती है।
सच कुछ यादें और हम रहते हैं।
सावन में हरियाली तीज का महत्व हम जानते हैं।
नारियां एक-दूसरे हरियाली तीज मनाती हैं।
मां पार्वती को मेहंदी हम अर्पित करते है।
नीरज शब्दों हरियाली तीज लिखते हैं।
मन भावन सावन माह में झूले झुलते है।
प्रेम रस की राह सावन माह में मन भाव कहतीं हैं।
हां कुदरत और विधिविधान समय होता हैं।
मन भाव में हम मस्त और बिंदास होते हैं।
शिव शम्भू की भक्ति में मगन हम रहते हैं।
एक-दूसरे को मेंहदी हम तुम दिखाते हैं।
शिव संग मां पार्वती के गीत गुनगुनाते हैं।
प्रेम का प्रतीक हरियाली तीज त्यौहार हम मनाते हैं।
*****************
*नीरज कुमार अग्रवाल चंदौसी उत्तर प्रदेश*
