बदलना हमें है निज आचरण
बदलना हमें है निज आचरण
बचाना है हमने जो पर्यावरण,
बदलना हमें है निज आचरण।
नहीं भूलना है यह हमें एक क्षण,
रक्षण संरक्षण रहे सतत् ही स्मरण।
जंतु और पादप जीव के दो प्रकार,
एक दूजे का अस्तित्व ही है आधार।
एक दूजे पर निर्भर और पूरक हैं ये,
दूजे बिना सुरक्षित रह न सकते हैं ये।
बचना है हमको तो पेड़ बचाना पड़ेगा,
तरु कटान रोक नये तो लगाना पड़ेगा।
लालच छोड़ बदलना है निज आचरण।
बचाना है हमने जो पर्यावरण,
बदलना हमें है निज आचरण।
नहीं भूलना है यह हमें एक क्षण,
रक्षण संरक्षण रहे सतत् ही स्मरण।
नवाचार खोजें करें उचित हम विकास,
पर्यावरण संरक्षण का सतत् हो प्रयास।
तकनीक के नाम पर न हो कोई दंगल,
प्रकृति का विनाश रोकें कंकरीट जंगल।
वाहन कारखाने करते प्रकृति को क्षरण।
बचाना है हमने जो पर्यावरण,
बदलना हमें है निज आचरण।
नहीं भूलना है यह हमें एक क्षण,
रक्षण संरक्षण रहे सतत् ही स्मरण।
स्वयं जाग्रत होकर हम सभी को जगाएं,
करके संरक्षण प्रकृति का शोषण बचाएं।
प्रयोग में कमी कर हम पुनर्चक्रण अपनाएं,
बारम्बार प्रयोग कर भावी पीढ़ी के हित बचाएं।
प्रकृति संरक्षण का सर्व हित में ले हम सब प्रण।
बचाना है हमने जो पर्यावरण,
बदलना हमें है निज आचरण।
नहीं भूलना है यह हमें एक क्षण,
रक्षण संरक्षण रहे सतत् ही स्मरण।