बच्चन की फिल्में
बच्चन की फिल्में
बच्चन की फिल्मों का
मैंने 'आलाप' देखा है।
'मजबूर' जिंदगी का किस्सा
हर शाम देखा है।।
'दीवार' पर रंगों का
बदलता 'सिलसिला' देखा है।
'कभी-कभी' रातों में
चलता 'शंहशाह' देखा है।।
'चुपके-चुपके' 'मिली' से
मिलता 'बेशरम' देखा है।
'गंगा की सौगंध' खाता
'मि.नटवरलाल' देखा है।।
'दो और दो पाँच' करने वाले
'बड़े मियाँ छोटे मियाँ' को देखा है।
'राम बलराम' का 'दोस्ताना'
'नमक हलाल' का 'गोलमाल' देखा है।।
'सत्ते पर सत्ता' 'बेमिसाल'
'अकेला' 'खुद्दार' देखा है।
'एक रिश्ता' निभाने के लिए
'नमक हराम' का विक्की देखा है।।
'हिंदुस्तान की कसम' खाता
'मेजर साहब' देखा है।
'देश प्रेमी' का 'महान'
'इंकलाब' देखा है।।
'मोहब्बतें' सिखाने वाला
हर घर में 'बागवान' देखा है।
'रोटी, कपड़ा और मकान' ढूँढता
सड़कों पर 'लावारिस' देखा है।।
'छोटी सी बात' पर 'कोहराम'
मचाने वाला 'पीकू' देखा है।
'अलादीन' का 'जादूगर'
'भूतनाथ' का कैलाशनाथ देखा है।।
'खून-पसीना' से बना 'इंद्रजीत' का
'आखिरी रास्ता' देखा है।
'जुल्म की हुकूमत' को खत्म करने वाला
'आज का अर्जुन' देखा है।।
'गहरी चाल' में फंसा
'रेशमा और शेरा' का छोटू देखा है।
कल्लू से 'कालिया' बनता
'अदालत' का 'अंधा कानून' देखा है।।
'हेराफेरी' करता विजय
'ईमान-धर्म' के रास्ते पर चलते देखा है।
'कसौटी' पर उतरे 'सात हिंदुस्तानी' का
अनवर अली देखा है।।
'वक़्त' के 'शोले' का
'तूफान' देखा है।
'खाकी' 'जंजीर' से 'फरार'
'नास्तिक' देखा है।।
'रास्ते का पत्थर' हटाने वाला
'सौदागर' देखा है ।
'बरसात की एक रात' 'शराबी' को
'मैं आज़ाद हूँ' बोलते देखा है।।
'खुदा गवाह'
'नसीब' से 'मुक्कदर का सिकन्दर' बनते देखा है।
'दो अनजाने' 'बंसी बिरजू' को
'कसमे वादे' के लिये 'हम' बनते देखा है।।
'मर्द' की 'पुकार'
'शान' से लड़ने वाला 'शक्ति' देखा है।
'मंजिल' जैसे 'अग्निपथ'
उसे जीतने वाला 'द ग्रेट गैम्बलर' देखा है।।
'बाबुल' की 'परवरिश' से
'फैमिली' को 'हम' बनते देखा है।
'कभी खुशी कभी गम' में
'गंगा जमुना सरस्वती' का संगम देखा है।।
मैंने बच्चन की फिल्मों का
'आनन्द' देखा है।
'लाल बादशाह' जैसा
फिल्मों का महानायक देखा है।।
