हर दिन नया ही पेपर सामने आ जाये वैसे हर दिन नया ही पेपर सामने आ जाये वैसे
तब जाना शायद वो सिर्फ एक फिल्मी कहानी थी, इश्क़ नहीं था, वो सिर्फ एक नादानी थी। तब जाना शायद वो सिर्फ एक फिल्मी कहानी थी, इश्क़ नहीं था, वो सिर्फ एक नादानी ...
जब आप अपना दिमाग बदलते हैं, इसमें इंटरमिशन होता जब आप अपना दिमाग बदलते हैं, इसमें इंटरमिशन होता
अब तो ना रही, गले में कंठी, और ना ही, रही स्वाभिमान की माला।। अब तो ना रही, गले में कंठी, और ना ही, रही स्वाभिमान की माला।।
जो पूरी न हो सकी वो कहानी जिंदा रखना। कभी जानबूझकर की थी वो नादानी जिंदा रखना . जो पूरी न हो सकी वो कहानी जिंदा रखना। कभी जानबूझकर की थी वो नादानी जिंदा रखना .
हाँ मैं ख़ुश हो जाता हूँ औरों की ख़ुशी में या कभी कभी यूँ ही बिना बात के क्योंकि ढूँढ लिया है मै... हाँ मैं ख़ुश हो जाता हूँ औरों की ख़ुशी में या कभी कभी यूँ ही बिना बात के क्य...