बच्चा
बच्चा
मैंने बच्चे में पूरे का पूरा आदमी देखा है
उसकी नन्ही नन्ही आंखों से झाांकता
आत्मा का ब्रम्हस्वरूप देखा है।
उसकी मासूम चितवन में
पूर्ण फलसफा और अन्वेेषण देखा है।
नन्हे नन्हे हाथों में
कुछ कर लेने की आकुलता, अकुलाहट
और फिर न कर पाने की छटपटाहट देखी है।
छोटे छोटे पैरों से पूरे का पूरा
चल लेने का प्रयास
और फिर शरीर की अविकसित
काबलियत पर चिढ़चिढ़ाते, कसमसाते देखा हैै ।
और जब कभी पूर्व निर्धारित मान्यताओं
की सीमा लाघने पर पड़े थप्पड़ पर
प्रतिकार की भावना जन्म लेते
और अपनी असहायता पर रोते देखा है।
मैंने बच्चे में पूरे का पूरा आदमी देखा है।