बचाएं प्यारा सा अपना संसार
बचाएं प्यारा सा अपना संसार
कोविड के इस कठिन दौर में,
बचाना हमें है जीवन और प्यार।
रक्षण कर अपना व अपनों का,
बचाएं प्यारा सा अपना संसार।
लापरवाही या जानकार न होना,
तो हर हाल में ही विध्वंसकारी है।
धन-संपत्ति की हानि सह सकते हैं,
यह तो जान-हानि की ही बारी है।
"कुछ नहीं होगा" - "सब चलता है"
कुछ ने खुदको-सबको भ्रमित किया।
रखा न ध्यान कहीं शारीरिक दूरी का,
और न ही मास्क का उचित प्रयोग किया।
दूजी यह लहर कोरोना की पहली से भी,
ज्यादा ही घातक है और कहीं भयानक है।
मंडराता है खतरा अब लहर तीसरी का,
जो अति भयकारक है और अचानक है।
आगामी लहर तो पहली से चिंताकारक,
संक्रामक है और अधिक विनाशक है।
युवा अधिक हैं हो रहे इसके अब शिकार ,
होंगी किशोरी और किशोर से बालक हैं।
यह समय है आज हमारे धैर्य-नियोजन,
खुद बचते हुए सबको ही हमें बचाना है।
रह सावधान और शारीरिक दूरी रखकर,
लगा डबल मास्क, स्वच्छता को अपनाना है।