बात तेरी होती है,तुमसे होती है
बात तेरी होती है,तुमसे होती है
अब बात भले न तुमसे होती है!
मग़र बात तेरी ही होती है,
तुझसे ही होती है!
ख्यालों में, ख़्वाबों में !
सुबह- शाम, रात- दोपहर हर बदलती घड़ी के साथ,
बेचैन दिल की व्याकुलता हरपल बढ़ती ही जाती है!
पुरानी यादें, बातें ही एकमात्र सहारा है,
जिसके जरिए तुमसे जुड़ पाता हूं!
चाहे कहीं भी रहूं लगता है कुछ खोया- खोया सा रह रहा है आजकल!
या कुछ छुटा- छुटा ,अधूरा- अधूरा!
तुम ही बताओ कैसे रह पाऊंगा तेरे बिन,
तुझसे बात किए बिन !
एक तू ही तो है जो उम्मीद की किरण बनकर आयी है मेरे जिंदगी में!
भले ही फिलहाल बात नहीं होती है तुमसे,
मगर बात तेरी ही होती है !
तुझसे ही होती है।।

