STORYMIRROR

satender tiwari

Drama

2  

satender tiwari

Drama

बारिश

बारिश

1 min
7

बाहर बारिश देख कुछ लिखने का खयाल आया

अचानक हवा का झोंका कुछ बूंदें चेहरे पे ले आया

बैठ गया उन पिछली बारिश की सुहानी यादों में

याद आ गया वो बचपन जिसे कहीं और भूल आया।।


दोस्तों संग भीगते थे घनघोर बरसती बारिश में

कपड़े कीचड़ में लिपटते थे उस मौसम की साजिश में

ऐसे ही कई यादों का झरोखा ये बूंदें साथ ले आया

याद आ गया वो बचपन जिसे कही और भूल आया।।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama