बालिका शिक्षा
बालिका शिक्षा
मैं हूँ बालिका
चाहिए पढने का अधिकार मुझे.
आधा या कम न चाहूँ मैं.
पुत्र जैसा पूरा- पूरा अधिकार मुझको चाहिए.
रौशन घर - आंगन करती मैं
सूरज- चांद सम भरती उजाला
लिखनी मुझको नयी कहानी
कमकम नहीं बेटे से मैं.
स्कूल मुझे भी जाने दो
लेकर शिक्षा बनूँ विद्वान
सपनों को साकार करूँ मैं.
सम्मान समाज में पाऊँ मैं.
रूढियों का दमन करुं मैं
नीले अंबर में उडान भरूँ मैं
ऊँचे पद पर विराजूं मैं
पहचान जग में बनाऊं मैं.
देश - दुनिया बदल रही है
बदलो अपने विचारों को तुम
केवल ' भोग 'का साधन नहीं मैं
दो मौके मुझको, ऊँचा नाम कमाऊं मैं.
गर होगी " बालिका " शिक्षित
परिवार होगा संस्कारवान
फिर न कोई भ्रुण हत्या
न चढेगी दहेज बलि.
लिंग भेद न होगा फिर
सुधरेगा समान अधिकारों से जीवन
मैं " बालिका"पढने का अधिकार चाहूँ
मैं सारे विश्व में परचम लहराऊं मैं।