अंतिम सत्य
अंतिम सत्य


जो है, सब यहीं
राई के दाने हैं
रौशनी में
इसके होने का भ्रम
अंधेरे में
इसके खोने का डर
पर दोनों के साथ
आस्था का होना
और आस्था के संग डर का होना
जहाँ आस्था वहाँ फिर कैसा डर
अंधेरा नहीं हो सकता अंतिम सत्य।
जो है, सब यहीं
राई के दाने हैं
रौशनी में
इसके होने का भ्रम
अंधेरे में
इसके खोने का डर
पर दोनों के साथ
आस्था का होना
और आस्था के संग डर का होना
जहाँ आस्था वहाँ फिर कैसा डर
अंधेरा नहीं हो सकता अंतिम सत्य।