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DrKavi Nirmal

Inspirational

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DrKavi Nirmal

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अमृत महोत्सव (७५वां स्वतंत्रता दिवस)

अमृत महोत्सव (७५वां स्वतंत्रता दिवस)

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हम कभी थमते नहीं,

हम कभी झुकते नहीं,

हम पीछे तकते नहीं,

हम जो भी कहते हैं;

कर गुजरते हैं वही।


आँधी और तूफान हो,

बेहिसाब बरसात हो,

भूकंपन वा ज्वार हो,

आतंकियों की चाल हो,

हौसला बुलंद रखते हैं;

लड़ कर जीते सदा सही।


अमावस्या की रात हो,

दानवों का प्रहार हो,

जुल्मोसितम विकराल हो,

शोषण हाहाकार हो,

आन खातिर लड़ मरते हैं;

देखलो पलट सारी बही।


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