कर जोड़ प्रभु के चरणों में ,
हम ध्यान करें गुणगान करें ,
इस पाप पुण्य के लेखे में ,
थोड़ा उसको भी हम याद करें |
इस भवसागर से तरने का ,
कोई दूजा रस्ता याद नहीं ,
उसकी मूरत दिल में बसा ,
हम अपना रस्ता साफ करें |
अब तक कुछ भी ना सीख सके ,
आज अपनी बारी आई है ,
इस बार हम भी दिखला देंगे ,
चलो मंत्र मुग्ध हो कर जाप करें |
किस्मत वाले भक्तों को ही ,
मिलता सच्चा भक्ति का ज्ञान ,
अपने ज्ञानचक्षुओं को खोलकर ,
हम अज्ञान तिमिर का निदान करें ||