अजब खेल
अजब खेल
अजब आज एक कहानी हो गई
62 का दुल्हा और 19 कि दुल्हन
पोती कि उमर कि लड़की दीवानी हो गई
हाय रे भगवान ये कैसे जवानी हो गई
बुढ़ापे में टावर मिल गया
सोच के कलेजा हिल गया
जवानी का यह कौन सा मेल हो गया
पति कहेगी या दादा ये कैसा प्रभु खेल हो गया
बेटा बड़ा है 30 साल मम्मी से
बहू सास कहे या सहेली ये कैसा रिश्ता पहेली हो गया
आज कल मर्यादा गई खो
देख कर शर्म भी गई रो
बूढ़ा है जल्दी निपट जायेगा
सारा माल मेरे हाथ आयेगा
बुढ़ापे में जवानी का सुख लुटूंगा
पोती कि उम्र कि पत्नी पर टूटूंगा
अपनी अपनी सोच में सब कि
अपनी अपनी कहानी हो गई
अजब आज एक कहानी हो गई
62 का दुल्हा और 19 कि दुल्हन
पोती कि उमर कि लड़की दीवानी हो गई
हाय रे भगवान ये कैसे जवानी हो गई ।।
यह एक छोटा सा व्यंग्य है अभी हाल ही में घर पर ट्यूशन पढ़ाने आने वाले 62 साल के बुजुर्ग से 19 साल कि लड़की को प्रेम हो गया और प्रेम इतना गहरा हो गया कि दोनों ने शादी कर के पुलिस के सामने गुहार लगा दी कि हमारे घर वालों से हमें जान का खतरा है ।
पुलिस कानून मानती है इसलिए उनकी रक्षा करना पुलिस का उतर दायित्व है।
पर सवाल यह है की क्या प्यार कभी भी किसी से भी हो सकता है। एक गुरु और शिष्य कि पवित्रता को खंडित करने वाले आज के शिक्षक क्या आने वाले वक्त में अपने बच्चे को सुरक्षित रख पायेंगे?