ऐ मेरी जिंदगी
ऐ मेरी जिंदगी
है यही मेरी जिंदगी,
जिसमें कुछ ख्वाब पूरे थे
तो कुछ रह गए अधूरे थे
पर जैसे भी थे बस मेरे थे।
कभी तूने हँसाया,
तो कभी हँसते-हँसते रुलाया,
पर जब सब छोड़कर
बस तुझसे ही प्यार किया,
तो तुने एक अलग ही रंग दिखाया।
ऐ जिंदगी तू वो माया है,
जिसमें दिखती कभी
एक बहुत सुनहरी धूप,
तो कभी बहुत घनी छाया है।
है यही मेरी जिंदगी,
कभी गम और कभी ख़ुशी में उलझी,
कुछ अनकही तो कुछ अनसुलझी,
है यही मेरी जिंदगी।।
