अगर मुझे जान लेते
अगर मुझे जान लेते
अगर मुझे तुम जान लेते तो
इतनी लम्बी ख़ामोशी नहीं पनपती।
सुनते मेरे शब्दों की आहटों को
सोचते मेरे साथ बिताए पल को।
नहीं जरूरत मेरी तुम्हें
पता है पर अभी भी
तुम में मैं हूँ कहीं ?
अगर मुझे तुम जान लेते तो
इतनी लम्बी ख़ामोशी नहीं पनपती।
सुनते मेरे शब्दों की आहटों को
सोचते मेरे साथ बिताए पल को।
नहीं जरूरत मेरी तुम्हें
पता है पर अभी भी
तुम में मैं हूँ कहीं ?