अधूरा प्यार
अधूरा प्यार
मैं तुझको कैसे बताऊं
कितना चाहता हूं तुझको
प्यार भरी आंखों को
जब तू न पढ़ पाई।
सब व्यर्थ गया,
मेरा तुझको छुप छुप के देखना
अपनी छोटी सी आंखों में
तुझको बसाना
अपने को तुझ पर
न्योछावर करना।
माना मैं काटा था तेरे लिए
तुझ को चुभता था मैं
फिर भी मैं तुझको चाहता था
खुद से ज्यादा।
सच में सब व्यर्थ गया।

