आसमान दिखता है
आसमान दिखता है
आसमान दिखता है
साफ
विशाल हृदय का
एक रंग
एक रस
यह भरा है या
यह है खाली
इसके घर का द्वार तो
सबके लिए सदैव खुला
रहता है
कोई नहीं लौटता
इसके घर से खाली
खुद भरा हो या न
भरा हो
झोली न जाने सबकी
भर देता कहां से
कोई ठोस वस्तु नहीं तो
प्रेम की बारिश कर देता
स्नेह की दौलत लुटा देता
आशीर्वाद का आंचल फैला देता
कोई तन की मिट्टी के
नीचे दबा पड़ा
पुराने गीत के राग
का सुर जगा देता
कोई मन के कोने में
सदियों से
सिकुड़ा पड़ा
प्रेम का भाव
उजागर कर देता
कोई रोशनी का सूरज
दिल के अंधियारे में
जला देता
कुछ न करता
यह दिखता पर
थोड़ा थोड़ा करके
बहुत कुछ महान करता।