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Mukesh Bissa

Abstract

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Mukesh Bissa

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आपका साथ

आपका साथ

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201



तूम्हारा मिला साथ जबसे

दुनिया बदल सी गई तबसे

प्रेम परवान चढ़ा जबसे

दुनिया बदल सी गई तबसे।


बदल गयी है हवा इधर

बदली सी फिजायें भी

डाली डाली पत्ता पत्ता

गीत गा रहा है झूम के।


आने के आपके गुलशन में

महक गया है सारा आंगन

प्रेम की इस बारिश में

भीग उठा है सारा तन मन।


मिल के आपसे जहन में

छाया है एक नशा सा

बदल गया है जहां मेरा

दुनिया बदल सी गईं हैं।


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