आओ कुछ अल्फाज़ लिखें
आओ कुछ अल्फाज़ लिखें
खुद भूखी रह, निज हाथों से,
जिसने, भरपेट खिलाया है ।
जो, सिरहाने के पास जगी,
पर, लोरी गा हमें सुलाया है ।।
आज कलम, उस आँचल पे,
उस देवी का सम्मान लिखें ।
आओ कुछ अल्फाज़ लिखें ।।
आँख खोलकर सबसे पहले,
जिसको मित्र बनाया है ।
हँसकर, रोकर, उलट-पलटकर,
जिस आँचल में जीवन पाया है ।।
उस सर्वस्य समर्पण भावों का,
कलम, आज गुणगान लिखें ।
आओ कुछ अल्फाज़ लिखें ।।
हँसना, चलना, बातें करना,
जो उंगली थाम सिखाया है ।
मेरे एक अश्रु को जिसने,
सिर आँखों से लगाया है ।।
शब्द प्रथम जो मुँह से निकला,
कलम, वही आवाज लिखें ।
आओ कुछ अल्फाज़ लिखें ।।