आओ अपना नववर्ष मनाएं
आओ अपना नववर्ष मनाएं
नये नवेले कपड़े पहनें,
घर को बंदनवार से सजाएं ।
लीप पोत कर करें सफाई,
घर का कोना-कोना महकायें।
आओ अपना नववर्ष मनाएं।
शुभ लाभ का चिन्ह बनाकर,
घर की ड्योढ़ी पर दीप जलाएं।
पकी फसल घर में है आयी,
उछलें, कूदें और नाचे गायें ।
आओ अपना नववर्ष मनाएं।
आमों में अब लग गये टिकोरे,
बेला की बेलें दिगंत महकायें।
महुआ के फूलों से रस टपके,
मधुमक्खी देख उसे हर्षायें ।
आओ अपना नववर्ष मनाएं।
फूले नींबू, करवन और करौंदा,
देख पाकड़ पत्ते जी ललचाये।
सहजन की लंबी-लंबी फलियां,
अपनी गुणवत्ता के गीत सुनाएं।
आओ अपना नववर्ष मनाएं।
अपनी भाषा अपनी बोली हो,
अपने सुर ताल में ही गीत गाएं।
ढोल मजीरा ढपली हो अपनी,
अपने ही तबले पर थाप लगाएं।
आओ अपना नववर्ष मनाएं।
अपने कर्मों से अपनी धरती को,
जन जन के लिए स्वर्ग बनाएं।
जाति धर्म का भेद जहां न हो,
गूंजे जहां मानवता की ऋचाएं।
आओ अपना नववर्ष मनाएं।