STORYMIRROR

Indra narayan Rai

Inspirational

4  

Indra narayan Rai

Inspirational

शिक्षक

शिक्षक

1 min
306


शिक्षक का गुण गाइये ।

शिक्षक दिवस मनाइये ।।

          देते शिक्षक शिक्षा हैं ।

          जीवन भर की दीक्षा हैं ।।

पथ  प्रदर्शक तारक हैं ।

शिक्षक अवगुण हारक हैं ।।

         इनकी महिमा अपरम्पार ।

         विद्या बुद्धि के दातार ।।

ज्ञान की ज्योति जलाते हैं ।

जीवन सफल बनाते हैं ।।

          शिष्य हैं प्राणों से प्यारे ।

           वे इनके अरमाँ सारे ।।

अपना खून जलाते हैं ।

उत्तम राह दिखाते हैं ।।

          महिमा इनकी मत आँको ।

          इनके अन्तर में  झाँको ।। 

अवगुण अन्तर कुछ भी रहें ।

पर शिष्यों को शुभद कहें ।।

          शिक्षक दक्ष  बनाते हैं ।

          चित को स्वच्छ बनाते हैं ।।

दुर्गुण सब हरते रहते ।

सद्गुण हैं भरते रहते ।।

           राह दिखाते हितकारी ।

           जो सबके हों प्रियकारी।।

जितने ये  होते विद्वान ।

उससे बढ़कर विद्या- दान ।।

           महिमा अकथ कहूँ कैसे ।

           बिन कुछ कहे रहूँ कैसे ।।

शिक्षक जग -आधार हैं ।

 करते  बेड़ा  पार हैं ।।

           नमन सभी गुरु, शिक्षक को।

           जीवन -सत्य परीक्षक को ।।   



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational