विकसित दिशा में बढ़ाए सम्मान यही तो है हमारा सच्चा अभिमान। विकसित दिशा में बढ़ाए सम्मान यही तो है हमारा सच्चा अभिमान।
पर चहलकदमी जब भी होगी, छिपी हुई मासूमियत की झलक होगी मेरी माता की पर चहलकदमी जब भी होगी, छिपी हुई मासूमियत की झलक होगी मेरी माता की
निज स्वारथ के कारण तूने मेरा दामन विदीर्ण किया। निज स्वारथ के कारण तूने मेरा दामन विदीर्ण किया।
जिसके बल पर जीत मिली, औ चित्तौड़ राज्य उपहार। जिसके बल पर जीत मिली, औ चित्तौड़ राज्य उपहार।
चलो आओ! सर्द हवाओं को झेलते हैं, चलो आओ! सर्द हवाओं को झेलते हैं,
नारी को अब खुद अपने परिचय में जीने दो. नारी को अब खुद अपने परिचय में जीने दो.