आम
आम
मैं आम नहीं हूँ
मैं एक शिक्षिका हूँ
हिन्दी भाषा पढ़ाती हूँ।
हर भारत वासी की तरह
मैं भी भारतवासी हूँ
पर मैं आम नहीं हूँ।
सम्मान व प्यार की अधिकारी
बच्चों की बगिया महकाती
मैं आम नहीं हूँ।
कोई कुछ भी समझे
मैं स्वयं व्यक्ति विशेष हूँ
मैं आम नहीं हूँ।
प्रशंसा नहीं स्वयं की
गर्वित हूँ अपने कर्मों पर
पर मैं आम नहीं हूँ।