आक्रोश थमना नहीं चाहिए
आक्रोश थमना नहीं चाहिए
आक्रोश थामना नहीं चाहिए
मोमबत्तियाँ बुझनी नहीं चाहिए,
जब तक मिले न
शहीदों की शहादत का बदला
तब तक कदम रूकने नहीं चाहिए....
आतंक फैलाने वालों को
एहसास होना चाहिए,
चोट किसे पहुँचाई है
उन्हें उसका दर्द अब
सौ गुना होना चाहिए...
पुलवामा ही नहीं अब तो
हर आतंकी हमले का
हर हाल में बदला चाहिए,
शहीदों की खून से लथपथ वर्दी को
आतंकवाद मिटाने के बाद ही
आँसुओं से धुलना चाहिए...
कदम रूकने नहीं चाहिए
आक्रोश थमना नहीं चाहिए...
