आज़ाद भारत
आज़ाद भारत


जिस देश में गंगा बहती है उस देश के हम सब वासी है,
जहा जन्मे भगत सिंह जैसे दीवाने उस देश के हम वासी है,
जहा गूंजे हर सुबह बसुरी और अज़ान कि गूंज उस देेश के हम वासी हैं,
विभिन्नतााओं में एकता मिले जहा उस देश के हम वासी है,
अनेकों है भााषाए पर एक है प्यार की बोली उस देश के हम वासी है,
जहा मंदिर में गूंजी बिस्मिल्लाह खां की शहनाई उस देश के हम वासी है,
जहां आज भी कायम है संस्कार और सभ्यता उस देश के हम वासी है,
जिसने सिखाया सारे जग को अतिथि देवो भव उस देेश के हम वासी हैं,
जहां हर दिन एक त्योहार है उस देश के हम वासी है,
जो रुका नहीं जो झुका नहीं उस देश के हम वासी है।