3 जनवरी को जन्मी
3 जनवरी को जन्मी
3जनवरी को ही जन्मी एक ऐसी थी नारी
शिक्षा की अलख जगाने निकली बेचारी
पति से मिला सहयोग समाज से तिरस्कार मिला
गोबर ऊपर फेंके गए पर हार नहीं स्वीकार किया
बालिका शिक्षा पर इनका बहुत विशेष योगदान रहा
पर उनको शिक्षा देने में भारी व्यवधान रहा
हो जो कोई असभ्य, उसे सभ्यता का पाठ पढ़ा दे।
अज्ञानी के मन में, जो ज्ञान का दीप जला दे।।
हर दर्द की दवा जो बता दे.. वो है शिक्षा।
वस्तु की सही उपयोगिता जो समझाए।।
दुर्गम मार्ग को सरल जो बनाए।
चकाचौंध और वास्तविकता में अन्तर जो दिखाए।।
जो ना होगा शिक्षित समाज हमारा।
मुश्किल हो जाएगा सबका गुजारा।।
इंसानियत और पशुता के बीच का अन्तर है शिक्षा।
शाति, सुकून और खुशियों का जन्तर है शिक्षा।।
भेदभाव, छुआछुत और अंधविश्वास
दूर भगाने का मन्तर है शिक्षा।
जहाँ भी जली शिक्षा की चिंगारी,
नकारात्मकता वहा से हारी।।
जिस समाज में हों शिक्षित सभी नर-नारी।
सफलता-समृद्धि खुद बने उनके पुजारी।।
इसलिए आओ शिक्षा का महत्व समझे हम।
आओ पूरे मानव समाज को शिक्षित करें हम।।
शिक्षा ही है सर्वोपरि कहती है सावित्रीबाई फुले
जिसने अच्छी शिक्षा ले ली उसके सारे पाप धुले।
