ये शिक्षक कहलाते है
ये शिक्षक कहलाते है
रोज सुबह मिलते है इनसे,
क्या हमको करना है ये बतलाते है।
ले के तस्वीरें इंसानों की,
सही गलत का भेद हमें ये बतलाते है।
कभी डांट तो कभी प्यार से,
कितना कुछ हमको ये समझाते है।
है भविष्य देश का जिन में,
उनका सबका भविष्य ये बनाते है।
है रंग कई इस जीवन में,
रंगों की दुनिया से पहचान, ये करवाते है।
खो ना जाये भीड़ में कहीं हम,
हम को हम से ही ये मिलवाते है।
हार हार के फिर लड़ना ही जीत है सच्ची,
ऐसा एहसास ये हमको करवाते है।
कोशिश करते रहना हर पल,
जीवन का अर्थ हमें ये बतलाते है।
देते है नेक मंजिल भी हमें,
राह भी बेहतर हमें ये दिखलाते है।
देते है ज्ञान जीवन का,
काम यही सब है इनका,
ये शिक्षक कहलाते है,
ये शिक्षक कहलाते है।