मदर्सडे
मदर्सडे
रोयेगा तो और मारूँगी,
तीन दिन से बुखार है
रुक तेरी नज़र उतारूँगी ।
एग्जाम सर पे है पढ़ ले
ये क्रिकेट काम में नहीं आएगा,
थोड़ी मैथ्स और साइंस भी देख
तेंदुलकर एग्जाम में नहीं आएगा ।
रोज़ दो मिनट के लिए सही
भगवान के हाथ जोड़ लिया कर,
सब काम में जल्दी रहती है तुझे
अपने अंडरगारमेंट्स तो ढंग से
निचोड़ लिया कर ।
मैच तो रोज़ आते हैं
आज कौन सा स्पेशल आने वाला है,
रिमोट मुझे दो टी वी का
अभी मेरा सीरियल आने वाला है।
ये टमाटर आलू पर मुँह मत बना
अच्छा जो खाना हो बता दे,
ये व्हाट्सअप्प वाला फ़ोन
मुझे नहीं जमता, बटन वाला ला दे।
उसने मुझसे ढंग से बात नहीं की
देख लेना घर की बर्बादी करेगी,
पर सुंदर है, उससे बात कर के देख
क्या तुझसे शादी करेगी।
उम्र बढ़ गयी है तो क्या हुआ
मैं तो जैसी हूँ मैं वैसी रहूँगी,
थोड़ा बहुत खाना बनाना सीख ले
मैं क्या उम्र भर तेरे लिए बैठी रहूँगी ।
ये सब बात हर घर में
हुई है, होती है और होती रहेगी,
ज़िन्दगी में बिखरने से मत घबराओ
माँ है न, वो धागे में पिरोती रहेगी ।