चू चू करती आई चिड़िया
चू चू करती आई चिड़िया
छोटी नन्ही जान सी चिड़िया,
चू चू दाना चुगती चिड़िया।
शोर मचाती इठलाती चिड़िया,
कभी इस डाल कभी उस डाल,
मन मस्त मगन हो जाती चिड़िया।
फुर-फुर उड़ जाती चिड़िया,
सुबह आकर हमें जगाती,
नीत दिन रात पाठ पढ़ाती।
पंख है उसके छोटे-छोटे,
चोच है उसके मोटे मोटे।
चू चू चू चू करती चिड़िया,
जाने क्या बतलाती चिड़िया।
जाने क्यों है भाव ये खाती,
हाथ लगाती पकड़ ना आती।
जाने क्यों इठलाती चिड़िया,
रोज आंगन में आती चिड़िया।
जाने क्या बतलाती चिड़िया,
चू चू चू चू करती खाती चिड़िया,
कोई नुकसान न करती चिड़िया
एक प्याला पानी क्यों नहीं रखते हो भईया,
ज्यादा कुछ मांग न करती चिड़िया।
एक प्याला पानी रख दो,
थोड़ी सी इन्हें खुशी दे दो।
यह सब जीव है अनमोल,
इनका नहीं है कोई मोल।
चू चू करती आई चिड़िया,
मस्ती में बलखाती चिड़िया।
