क्या कहेंगे लोग
क्या कहेंगे लोग
अगर मैंने ऐसा किया, तो समाज क्या सोचेगा
लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे, क्या कहेंगे लोग
इन्सान का सबसे बड़ा रोग, क्या कहेंगे लोग
पूरी ज़िन्दगी बस यही चिंता, क्या कहेंगे लोग
ख़ुशी और सफलता को ये बात जानना जरूरी है
कुछ बातों के मतलब हैं कुछ मतलब की बातें हैं
लोग अपनी रक्षा में, आपके खिलाफ बोल रहे हैं
आपको गलत बता, मैं सही का ढोल पीट रहे हैं
अगर बुराई तो आप दुखी, थोड़ी तारीफ तो खुश
क्या आपके गम और ख़ुशी, दूसरों पर निर्भर है
क्या दूसरों के प्रमाण पर, अपना फैसला लेना है
अगर सही तो लोगों की हाँ ना से क्या करना है
सच ये है जहाँ हो वहां सुरक्षित महसूस करते हो
खुद ही “क्या कहेंगे लोग” की आड़ में, छिपते हो
परिस्थितियों का सामना करने का साहस नहीं है
दूसरों में नहीं, तुम में आत्मविश्वास की कमी है
क्या ख़ुशी और सफलता पैसों से कम कीमती है
फिर इसकी चाबी दूसरों के हाथों में क्यूं दे दी हैं
फैसला आपके हाथ है, कि आपको क्या करना है
डर २ कर जीना, या खुद बनाई जिंदगी जीना है।