आई एम नॉट वर्जिन
आई एम नॉट वर्जिन
सुमित ने सुहाग सेज पर बैठी शैफाली का घूँघट उठाया तो वह उससे थोड़ा दूर सरक गई और कहने लगी, "मुझे कुछ कहना है।"
"मुझे पता है, यही कहोगी...आई लव यू...मुझे भी कहना है।"
"नहीं, मुझे कुछ और कहना है..."
"मतलब तुम मुझे प्यार ...?"
"नहीं, वो बात नहीं है..."
"फिर क्या बात है...?"
डरते- डरते शैफाली ने कहा, "वो मैं...मैं...आई एम नॉट वर्जिन ...वो ...मेरे साथ ...रेप..."
एक पल के लिए सुमित सकते में आ गया। चुपचाप उसका मुँह देखता रह गया। शैफाली डरी सहमी किसी विस्फोट के इंतजार में सुमित के चेहरे पर आते- जाते भाव पढ़ने की कोशिश कर रही थी।
डरते हुए बोली, "सगाई से विवाह तक कुछ बताने का मौका ही नहीं मिला। हर बार कोई ना कोई साथ। फिर विवाह भी तो जल्दी हो गया..."
सुमित पढ़ा- लिखा समझदार लड़का था। आए दिन होने वाली वारदातों से पूरी तरह वाकिफ, जल्द ही खुद को सामान्य करते हुए कहने लगा,
"खुश हूँ तुम्हारी ईमानदारी से...तुम्हारे साथ जो भी हुआ, वो तुम्हारा पास्ट था... उसे बुरा सपना समझ कर भूल जाओ...आज, इसी वक़्त से तुम मेरी जवाबदारी हो, अब हमें एक नई शुरुआत करनी है।"