सोमेश्वर मंदिर
सोमेश्वर मंदिर
जबलपुर नर्मदा तट ग्वारीघाट के पंप हाउस के पास सोमेश्वर धाम में वैसे तो साल भर अनुष्ठान होता है लेकिन सावन महीने में यहां विशेष रूप से भोलेबाबा का अभिषेक और श्रंगार किया जाता है। अनुष्ठान करने के लिए यहां सुबह से भक्तों का आना शुरू हो जाता है। दिनभर अनुष्ठान के बाद यहां शाम के समय भगवान का आकर्षक श्रंगार किया जाता है। मंदिर के पास ही नर्मदा के दर्शन होते हैं। यहां आकर श्रद्धालुओं को आनंद के क्षण महसूस होते हैं ।
सोमेश्वर धाम में भोलेनाथ अपने वाहक नंदी के साथ विराजे हैं। भगवान पशुपतिनाथ रूप में यहां भक्तों को दर्शन देकर उनके मनोरथ पूर्ण कर रहे हैं। यहां मंदिर का निर्माण वर्ष 2002 में किया गया इसके बाद मंदिर में मूर्ति स्थापना की गई। तब से मंदिर में अनवरत पूजन-पाठ के साथ भोले का अभिषेक किया जा रहा है। महाशिवरात्रि में भी भक्त यहां पूजन करने पहुंचते हैं।
मंदिर में जयपुर से लाई गई भगवान पशुपतिनाथ की मूर्ति काले रंग की है। मंदिर से मां नर्मदा के भी दर्शन होते हैं। खास बात यह है कि साल में एक बार मां नर्मदा भगवान पशुपतिनाथ का अभिषेक स्वयं करती हैं। इस दौरान गर्भग्रह में दस से बारह घंटे करीब दस फीट तक पानी भरा रहता है।
