तस्वीर सब बोलती है
तस्वीर सब बोलती है
”भैय्या, एक बार और मेरी तस्वीर खींचिए न, मैं कितनी सुंदर दिखती हूं, लेकिन मेरी तस्वीर कैसी आ रही है, मैं खुद ही उसमें अपने आपको पहचान नहीं पा रही हूं”। - तस्वीर खिंचवाने आई महिला ने, कैमरामैन से कहा। “मैडमजी, इस बार मैं आपकी दसवीं बार तस्वीर खींचने वाला हूं”। - कैमरा मेन ने जवाब दिया। यह सब देख, पास खड़ी एक महिला से रहा नहीं गया, अपना धीरज खो वह बोल उठी- "बहन मेकअप करने से आप भले ही दिखने में सुंदर लगें , तस्वीर के लिए कितनी ही मुस्कुराहटें बिखेरें, लेकिन तस्वीर तो आपके अंतर्मन के भावों के साथ ही आती है, अगर आप अपने दैनिक जीवन में खुश रहेंगी, तो पहली तस्वीर में ही दिख जाएगा। अब वह महिला चुप थी, और नौवीं बार खींची अपनी तस्वीर को लेकर, चुपचाप, बिना कुछ कहे, चली गई।