निशब्द हो जाता हूँ
निशब्द हो जाता हूँ
निशब्द हो जाता हूँ तेरी एक मुस्कराहट से
तेरी एक नज़र से मेरे जेहन में कई गिने अनगिनत शब्द जन्म लेने लगते है
हमारी कलम यूँही वजह बेवजह नजाने कितने ही कहानियाँ लिखने लगती है
जब तुम थाम हाथ हमारा मुस्कुराते हुए कहती हो
कि फ़िक्र मत करिये मैं हूँ न आप के साथ सब ठीक हो जायेगा
बस आप हमेशा खुश रहिये आप की ख़ुशी में ही हमारी ख़ुशी है
सच कह तो तुम्हारी इसी अंदाज़ से मुस्कुराहट से हम बेइंतहा मुहब्बत करते है
बस तुम ज़िन्दगी के हर लम्हों में यूहीं साथ देना हम ता~उम्र तुमसे यूहीं मोहब्बत करते रहेंगे !!