कत्ल वाले हाथ
कत्ल वाले हाथ
वर्षों बाद जो खुद को देखा उसने....
पहले से बहुत बदला खुद को पाया उसने।
औरों को संवारा बसाया था उसने.....
खुद के ख्वाबों को मारा था उसने।
सपने सारे अरमान बिखरे थे उसी के....
कत्ल वाले हाथ भी "वंदे" थे उसी के।
वर्षों बाद जो खुद को देखा उसने....
पहले से बहुत बदला खुद को पाया उसने।
औरों को संवारा बसाया था उसने.....
खुद के ख्वाबों को मारा था उसने।
सपने सारे अरमान बिखरे थे उसी के....
कत्ल वाले हाथ भी "वंदे" थे उसी के।