STORYMIRROR

महबूब की तलाश

महबूब की तलाश

1 min
429


मैं ठहर न सका तुम्हारी नजरों में

मेरे प्यार की बुनियाद है कमजोर

दिल का नजराना है मेरी मोहब्बत

मिलेेगे मेरे महबूब से, प्यार की तलाश में।

प्यार जीवन होता है

प्यार जीवन की खातिर करना

रहता प्यार इस दुनिया में

मगर दुनिया नहीं प्यार में।

रास्ता अलग है प्रेम के लिये

प्रेम चलता काँटों के साथ

ये खेल, खेल नहीं है

प्यार है खेल पैसों का।

इस दुनिया में सत्य प्यार बहुत कम

दो दिन का प्यार है बॉडी के अनुसार

कभी हो जाता है बॉडी के रास्ते

होता है प्यार बहुत सुंदर की तरह।

प्यार होता अरूप और कोमल

मगर प्यार होता है कल्मश से

प्यार निर्मल होता आसमान की तरह

बच्चे होते हैं तारों की तरह।

दिल रहता है चाँदनी से बड़ा

ज़िन्दगी चलती है सूरज सी गर्म

जागरने होते है सारी दुनिया में

बर्बाद होते हैं दुनिया के लोग।

प्यार रहना, दो दिन की बात

लड़ाई का रास्ता अभी से मरने तलक

है दुनिया में लोग लड़ाई के लिए

मारते लोग, पैसे और प्यार के लिये।।


ଏହି ବିଷୟବସ୍ତୁକୁ ମୂଲ୍ୟାଙ୍କନ କରନ୍ତୁ
ଲଗ୍ ଇନ୍

Similar hindi poem from Drama