ज़िंदगी
ज़िंदगी
ज़िन्दगी क्या है ?
एक बूँद पानी है
ज़िन्दगी क्या है ?
एक पल की साँस है।
ज़िन्दगी क्या है ?
अच्छा करने का मौका है
बुरा सोचना बीमारी है
अच्छा करना अमीरता है।
ज़िन्दगी एक बार है
क्या कमाया अपने लिए
क्या दिया गरीबों के लिए
नही दर्द पहुँचाया किसी के लिए
रखा कर्म पर भरोसा अच्छे के लिए।
ममता, समता सब को बाँटना
मानवता को सब अपनाना
गरीबी से कभी ना भूलना
सहारा दूसरों का बनकर रहना।
दुःख के काँटों को फूल समझना
प्रगति के पथ पर चलते रहना
देश कर्म कभी नही भूलना
बेसहारों की मदद करना।
क्या खोया, क्या पाया
ज़िन्दगी का हिसाब किया
अच्छा कर्म, अच्छे विचार
यही है खूबसूरत जीवन।
अपने साथ कुछ नही आएगा
केवल अच्छा कर्म ही बच जाएगा
गर्व नहीं करना एक दूसरों से
एक पल में मिट जाएगा ।
हम तो यात्री है इस दुनिया में
एक दिन तो जाना है
कुछ नही साथ लाया
सब छोड़कर जाना है...!