छठ व्रत
छठ व्रत
उगते हुए सूरज को,
नमन सभी करते हैं
कभी डूबते हुए सूरज
की ओर कर जोड़िये ।
रात के बाद ही
सवेरा दस्तक देता है
कभी इस बात को,
जहन में उतारिए
बुजुर्गों की जगह
अब घरों में नहीं है ;
कभी उन के त्याग को ,
याद कर अपना कल भी सोचिए।
जो जिंदगी में हार जाते हैं ,
कभी उनके भी हौसले बनिए।
माना सूरज की किरणे जरूरी है ,
लेकिन चांँद की चांँदनी भी जरूरी है ।
छठ व्रत देता है नसीहत हमें,
डूबते हुए सूरज को अग्र दे...
उगते हुए सूरज का नमन करें!!!!