उड़ान
उड़ान
एक ऐसी दुनिया हो,
अपनी ज़मीं हो, अपना आसमाँ हो,
पास खुले पँख हो, और हम
खुद तय करें अपनी उड़ान।
ना किसी की मर्ज़ी से तय करें रास्ता,
ना किसी की मर्ज़ी से अपना आसमाँ,
ना किसी का बस हो हम पे, और
हम खुद तय करें, अपनी उड़ान।
रिश्ते सब साथ हो, आपस में प्यार हो,
पर ना हो बंदिशों की बेड़ियाँ, और
हम खुद तय करें अपनी उड़ान।
अपना एक मकाम हासिल करें,
मेहनत करनी पड़े चाहे कितनी भी,
पर हम खुद तय करें अपनी उड़ान।
धूप में तपना पड़े, ठंड में भी पड़े ठिठुरना,
बारिश या आँधी आए चाहे, पर न रुके हमारे
कदम और हम खुद तय करें अपनी उड़ान।
रास्ता भले कठिन हो, मंज़िल चाहे दूर हो,
फिर भी हौसला बुलंद हो, सभी कठिनाइयों के
साथ हम खुद तय करें अपनी उडान।