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Shweta Talati

Comedy Inspirational Others

2.1  

Shweta Talati

Comedy Inspirational Others

जिंदगीभर दौड़ता आदमी

जिंदगीभर दौड़ता आदमी

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जन्म होते ही रुलाया डॉक्टर की थपाट ने;

और फिर पूरी जिंदगी; जिंदगी की रेस ने !

पढ़ाई चली जब तक मार्क्स लाने की होड़;

फिर अच्छी नौकरी पाने की दौड़, लगा

मुश्किल से नंबर नौकरी में तो थी

अच्छी लड़की पाने के लिए भाग दौड़ !


उसके बाद सात फेरे के चक्कर ने

दिलाएं मुझे इतने चक्कर ! अब

ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने में,

मैं हुआ थक के लोटपोट !

कौटुंबिक जरूरियात पूरी करने की

नहीं थी समझ पर अब पड़ी फोड !


३-४ साल के बाद बच्चों को अच्छी

शाला में एडमिशन दिलाने की

लगी थी दौड़ ! थोड़े बड़े क्या हुए ?

ट्यूशन क्लास की भारी-भरखम फीस,

यह रेस मे उनको सेट करने की तोड़-मरोड़ !


पढ़ाई की फैक्ट्री में लेबल क्या लगा

ग्रेजुएट का ? अब कहां लगाएं सिफारिश

और कहां-कहां करें जोडम जोड ?

फिर वही चक्कर भाई, अब तो छोड़ !


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