जिससे देश बनता है सुदृढ़, समृद्ध और यशश्वी। जिससे देश बनता है सुदृढ़, समृद्ध और यशश्वी।
मैं स्त्री हूं, इसलिए सबके लिए सोचती हूं मैं स्त्री, मैं मां, मैं बहन, मैं पुत्री हू मैं स्त्री हूं, इसलिए सबके लिए सोचती हूं मैं स्त्री, मैं मां, मैं बहन, मैं प...
कल तक जो नहीं छोड़ते थे तन्हा आज उन्होंने ही दामन छुड़ा लिया। कल तक जो नहीं छोड़ते थे तन्हा आज उन्होंने ही दामन छुड़ा लिया।
पार कहां किसने जानी है ? हार कहां हमने मानी है। पार कहां किसने जानी है ? हार कहां हमने मानी है।
चलो अभी आप पढ़ कर समझो जैसा भी हो टिप्पणी ज़रूर करना। कल सुबह पढ़कर जान लूँगा आपकी प्रतिक्रिया कै... चलो अभी आप पढ़ कर समझो जैसा भी हो टिप्पणी ज़रूर करना। कल सुबह पढ़कर जान लूँगा ...
'उसके बाद सात फेरे के चक्कर ने, दिलाएं मुझे इतने चक्कर ! अब ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने में,मैं हुआ ... 'उसके बाद सात फेरे के चक्कर ने, दिलाएं मुझे इतने चक्कर ! अब ज्यादा से ज्यादा पैस...