वृक्ष
वृक्ष
वृक्ष ही जीवन है..
क्यूँ ना समझे इंसान वो सजीव हैं..
कटेगा तो पछतायेगा तू
गर्मी से मर जायेगा तुू
वृक्ष ही बारिश लाता हैं
खेतो को लहलता है
कभी छाँव मैं बच्चे खेलते
कभी मुसाफिर थोड़ा सो लेते
कभी चौराहे की शान बढ़ाये..
पंछियों का घौंसला सजाये...
जन्म समय काम आये लकड़ी
मरते भी काम आये लकड़ी
अगर जीवन सजाना है
वृक्ष को बचाना है।