STORYMIRROR

Sheetal Jain

Inspirational

3  

Sheetal Jain

Inspirational

बसन्त ऋतु

बसन्त ऋतु

1 min
175

बसन्त का आगमन हो  मन पुलकित 

सरस्वती की साधना हो

चहुँओर फूल सुगंधित 

आनंदित घर आँगन हो

पक्षियों की कलरव

सर्दी से राहत हो 

राग रंग

सर्वत्र उत्सव का माहौल हो 

हर दुख में भी सुख की छाया हो

करो कायाकल्प अपना 

सबका पुनरूत्थान हो

ऋतुराज बसंत की जय हो॥


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational