STORYMIRROR

Nilesh Bhopatrao

Romance

2  

Nilesh Bhopatrao

Romance

प्रीया धरा

प्रीया धरा

1 min
14

नभ टिपूस टिपूस 

सागर भरती…

अुन्हां-अुन्हांत न्हाअुन 

सागर तो कष्टी 

श्वासाश्वासांतून…त्याच्या 

जीवन वर ढगांस गाठी

नभ मग प्रेमाने बरसती 

अन् प्रीया धरेला हर्षती

नभ टिपूस टिपूस 

सागर भरती…


Rate this content
Log in

Similar marathi poem from Romance