यादों की खुशबू
यादों की खुशबू
रश्मि को अचानक से कुछ याद आया। उसने अलमारी खोली और उसमे से एक डायरी निकाली। उस डायरी को खोला तो उसमें एक सूखा हुआ जैसे बरसो से बंद हो गुलाब मिला। उसकी खुशबू आज भी उस डायरी में हल्की सी आ रही थी। सुख जरूर गया था। लेकिन उससे वही महसूस हो रहा था जो बरसो पहले आया करता था। रश्मि पुरानी यादों में खो जाती है। सोचते हुए..........
बात कई साल पहले की है। रश्मि करीब सत्रह साल की होगी। उसको गाने का बहुत शौक था। वो संगीत सीखने जाया करती थी। रश्मि की खूबसूरती के उस समय बड़े चर्चे हुआ करते थे। कॉलेज के लड़के तो मानो उस पर जान छिड़कते थे। रश्मि किसी को भी भाव नही देती थी। वो जहा संगीत सीखने जाया करती थी। वहा एक लड़का समीर भी आता था। वो अपनी बहन के साथ आया करता था। उसकी बहन भी रश्मि के साथ संगीत सीखने आती थी। समीर बाहर खड़ा होकर अक्सर उनको देखा करता था। धीरे धीरे वो रश्मि को पसंद करने लगा। उसकी बहन रश्मि की दोस्त थी। वो रश्मि के बारे में अपनी बहन से पूछा करता था। रश्मि जब भी उसकी तरफ देखती तो वो नजरे झुका लेता था। वो रश्मि से प्यार करने लगा था। रश्मि भी उसको पसंद करने लगी थी। दोनो की एक दूसरे से बात करने की हिम्मत नही होती थी। दोनो कभी भी अपने प्यार का इजहार नही कर पा रहे थे। एक दिन बहुत तेज बारिश हो रही थी। रश्मि उस दिन संगीत सीखने नही आई। वो बहुत देर तक बारिश में भीगता रहा और उसके आने का इंतजार करता रहा। इसकी वजह से वो बीमार हो गया। जब ये बात रश्मि को पता चली तो वो उसके घर पर उससे मिलने गई । थोड़े दिन बाद वो ठीक हो गया। उसने मन में तय कर लिया था की वो आज रश्मि को अपने दिल की बात बता देगा। वो बाहर खड़ा होकर रश्मि के आने का इंतजार कर रहा था। थोड़ी देर बाद जब रश्मि बाहर आई तो उसने एक गुलाब रश्मि के हाथो में दे कर अपने प्यार का इजहार किया था। रश्मि भी उससे प्यार करती थी इसलिए उसने भी हा कर दी। घर जाने के बाद रश्मि ने उसको एक डायरी में रख दिया था। उसके बाद उन दोनो ने कुछ सालो बाद शादी कर ली। बरसो पुरानी याद को रश्मि ने आज तक संभाल कर रखा था। उससे पुरानी यादों की खुशबू आ रही थी।

