वृद्धाश्रम
वृद्धाश्रम
बंटी चिल्लाते हुए आता है । मम्मा मम्मा कहाँ हो आप ? उसके मम्मी कहती हैं "मैं यहाँ हूँ बेटा किचन में" बंटी वहाँ आता है , और कहता है मम्मा कल मेरा बर्थडे है । हम कैसे मनाएंगे ? माँ कहती है बेटा मैंने और तेरे पापा ने सोचा है कि कल हम वृद्धाश्रम जाएंगे वहाँ जाकर तुम्हारा बर्थडे मनाएंगे । मम्मा मगर हम वहाँ क्यों मनाएंगे मेरा बर्थडे ? हम किसी अच्छे होटल में चलते हैं वहाँ जाकर मनाते हैं , तो माँ कहती है बेटा वहां पर बहुत सारे दादा-दादी है । हम वहां जाकर आप का बर्थडे मनाएंगे ,उनके लिए कुछ गिफ्ट ले जाएंगे, तो वे लोग बहुत खुश हो जाएंगे।
कुछ सोचकर बंटी कहता है " इससे अच्छा तो हम हम गांव चलकर मनाते हैं , वहाँ पर मेरे दादा दादी है , वह बहुत खुश हो जाएंगे । हम बहुत दिनों से उनसे मिले भी नहीं है , तो माँ कहती है ,नहीं - नहीं हम गांव नहीं जाएंगे । हम वृद्धाश्रम ही जाएंगे क्योंकि , पापा के पास अभी समय नहीं है।
अब बंटी को क्या पता कि , माँ ने वृद्धाश्रम में जाकर बर्थडे मनाने का प्लान ही इसलिये बनाया था ताकी वहां के फोटो सोशल साइट पर डाल कर दोस्तों में वाहवाही लूट सके।