वो मुलाकात
वो मुलाकात
अरे कितने दिनों बाद मिले हो तुम्हें न वक्त ही नहीं मिलता हमारे लिए मन तो करता है !
अच्छा , क्या मन करता है ?
कूट दे तुम्हें ..
हां हां अब तुम ना झगड़ा करना बंद करो, और कितनी बार कहा मुंह पर कुछ बांध लिया करो काली हो गई तो ..
Oyee अब तुम ना तुम्हारा लेक्चर मत शुरू कर दो "काली हो गयी तो भी क्या फ़र्क़ पड़ना है? तुम तो मिल ही गये हो!"
देखता रह गया, वो बड़ी बड़ी भूरी आँखें जिनके चारों तरफ़ हमेशा की तरह ही काजल का एक बॉर्डर सा बना था. कितनी बोलती आंखें थी उसकी ,उन दोनों की कोई भी पसंद (सिवाए एक दूसरे के) मेल नहीं खाती ! हर एक चीज़ में कोंट्रीडिक्शन है, हर राय में मत भेद है! झगड़े की शुरुआत तो नहीं पता होती पर अंत उसके माफ़ी माँगने पे ही ख़त्म होता है !
वो सोच रहा था पहली मुलाक़ात भी हम दोनों की एक ट्रेज़डी ही थी! अच्छा लगता है जब ये अब देखते हुए भी हम दोनों साथ रहते हैं..! वो इस बात पर भी लड़ जाती थी की उसने दाढ़ी क्यों नहीं कटाई और उसका यह कह उसे समझना तुमको जितना मेरी दाढ़ी से नफ़रत है उतना ही मुझे इनसे प्यार, समझा करो यार इस दाढ़ी में बिना दाढ़ी की तुलना में कम बेवक़ूफ़ दिखता हूँ..!!
अच्छा और दाढ़ी में दाढ़ी में बनारसी बाबा लगते हो कोई, लगता की अभी सन्यास लेकर कही चले जाओगे हमें छोड़कर .. !!
अरु क्यों करती हो तुम ऐसी बाते तुम्हें पता है ना तुम बिन नहीं रह सकता मैं फिर तुम्हारे वो प्यारे से होंठ, तुम्हारा ये झगड़ा और तुम जब लिखती हो तो हैरान सा हो जाता हूँ मैं ... सब कुछ एकदम सरल शब्दों में व्यक्त कर देती हो !!
और तुम्हें पता है ना शिव मैं जब तुम्हारे गाए हुए गाने जब सुनती हूं तो तसल्ली होती है की कोई है को मुझे मुझसे ज़्यादा चाहता है!
तुम अक्सर जब "लग जा गले के फिर ये हसीं रात हो न हो..." गाते हो न तो जी करता है तुमको कभी न छोड़ें!
तुम ज़िद्दी हो, बहुत ज़िद्दी पर कभी तुमसे जुदा होने डर नहीं रहता..! भरोसा है तुम पे उतना ही जितना ख़ुद पे... शिव नहीं जाओगे ना ! सब एक साथ उन दिनों की बाते उसके सामने थी ... जैसे कल ही न हो !!
Oyee कहा खो गए फिर से अपने खयाली पुलाव पकाने लग गए क्या ? हंसते हुए उसने पूछा ,
अच्छा तुमको बड़ा पता की मैं पुलाव बना रहा ..हां तो नाक खिंचते हुए उसने कहा हमें सब पता है तुम और तुम्हारे खयाली पुलाव ,फिर बाद में कभी बना देना अब ये वक्त यूं ही जाया मत करो
बाते सुनो मेरी बस ..
कबसे कितना अनकहा रह गया है !!

