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हर रात के बाद सवेरा होता है...हम भी उसी सवेरे का इंतज़ार कर रहे हैं हर रात के बाद सवेरा होता है...हम भी उसी सवेरे का इंतज़ार कर रहे हैं
तुम भी तो यही करती हो न तुम भी तो यही करती हो न
मैं खुद को तुम्हारी गोद में एक बच्ची की तरह पाती हूं मैं खुद को तुम्हारी गोद में एक बच्ची की तरह पाती हूं
मैं सोचती हूं कैसे तुम्हारा नाम बताऊं, जिसे हर चुप्पी, हर साज़, हर रंग समझ जाए। मैं सोचती हूं कैसे तुम्हारा नाम बताऊं, जिसे हर चुप्पी, हर साज़, हर रंग समझ जा...
और अगर मैं तुम्हारे साथ चलूं तो? अंत तक साथ चल पाओगे ? और अगर मैं तुम्हारे साथ चलूं तो? अंत तक साथ चल पाओगे ?
ए काश, इक रोज़ ये बारिश तुम्हें भी इश्क़ में डूबा दे.. बिलकुल मुझसा ! ए काश, इक रोज़ ये बारिश तुम्हें भी इश्क़ में डूबा दे.. बिलकुल मुझसा !
अब वक्त बदल चुका है पर सोचती ये थोड़ा पहले बदलता तो ? अब वक्त बदल चुका है पर सोचती ये थोड़ा पहले बदलता तो ?
हां लोग मुझे इस आदत की वजह मूडी, सायकिक जरूर कहते है हां लोग मुझे इस आदत की वजह मूडी, सायकिक जरूर कहते है
वो सोच रहा था पहली मुलाक़ात भी हम दोनों की एक ट्रेज़डी ही थी वो सोच रहा था पहली मुलाक़ात भी हम दोनों की एक ट्रेज़डी ही थी
उन बातों की यादें ही अब मेरे अंदर कुछ चाट रही है उन बातों की यादें ही अब मेरे अंदर कुछ चाट रही है