विनायक
विनायक
एक इक्कीस वर्षीय युवक था ,जिसका नाम था विनायक। खाने- पीने का उसे बहुत शौक था ।और उसका यह शौक उसी पर भारी पड़ गया ।उसके सारे कपड़े उसे बहुत टाईट होने लगे ।बच्चे व दोस्त उसे मोटू-मोटू कहकर बुलाने लगे ।विनायक कॉलेज में अक्सर एक किनारे ,दोस्तों के गोल से अलग हटकर खड़ा होता था ।कई दिनों से विनायक की यह आदत एक जिम के ट्रेनर देख रहे थे, जो कॉलेज भी आया करते थे। अब क्या था ,उसकी मनोदशा पढ़ने के बाद, उन्होंने उसे अपने यहाँ जिम आने की बात रखी। विनायक ने हँसते हुए हाँ में स्वीकृति दे दी । आज वह अपने निखरते व्यक्तित्व को लेकर सभी के बीच अत्यंत प्रिय हो चुका है।